कर्नाटक की यशस्विनी स्वास्थ्य योजना में बड़ा बदलाव
| पहलू | विवरण | |------------------------------|-----------------------------------------------------------------------| | योजना | यशस्विनी स्वास्थ्य बीमा योजना | | राज्य | कर्नाटक | | उद्देश्य | ग्रामीण आबादी के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में सुधार करना | | शुरूआत | 2003 | | विलय | 2018 में आरोग्य कर्नाटक में विलय | | पुनर्स्थापना | 2022-2023 | | विशेषज्ञ समिति | कर्नाटक सरकार द्वारा नियुक्त | | प्रस्तुत | मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को | | मुख्य सिफारिशें | चिकित्सा प्रक्रियाओं के लिए दर संशोधन, नई प्रक्रियाओं का जोड़ा जाना | | दर में वृद्धि | अधिकांश के लिए 15% से 25%, जटिल प्रक्रियाओं के लिए 50% | | विश्लेषण की गई प्रक्रियाएँ | 2,128 चिकित्सा प्रक्रियाएँ | | जोड़ी गई प्रक्रियाएँ | 69 नई प्रक्रियाएँ | | हटाई गई प्रक्रियाएँ | 6 पुरानी प्रक्रियाएँ | | वर्तमान कवरेज | ग्रामीण लाभार्थियों के लिए ₹5 लाख/वर्ष तक का कैशलेस उपचार | | शहरी कवरेज | उच्च प्रीमियम के साथ समान कवरेज | | सक्रिय सदस्य (मार्च 2025) | 45.6 लाख | | पंजीकृत अस्पताल | 782 अस्पताल | | अतिरिक्त बजट की मांग | ₹40 करोड़ | | अनुमानित लाभार्थी | जारी वित्तीय वर्ष में 75,000 | | कुल अनुमानित लागत | ₹127.5 करोड़ |