महाराष्ट्र ने प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों पर प्रस्तावित कर वापस लिया
| श्रेणी | विवरण | |----------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | घटना | महाराष्ट्र ने प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर प्रस्तावित 6% कर वापस लिया | | तिथि | 2025-26 राज्य बजट में घोषित, बाद में वापस लिया गया | | मुख्य व्यक्ति | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री | | प्रस्तावित कर | ₹30 लाख से अधिक मूल्य वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर 6% कर | | वापसी का कारण | हितधारकों द्वारा EV अपनाने और राजस्व प्रभाव पर चिंताएं व्यक्त की गईं | | EV निर्माण केंद्र | पुणे और छत्रपती संभाजीनगर प्रमुख EV हब के रूप में उभर रहे हैं | | पर्यावरणीय प्रभाव | EVs की ओर बढ़ने से वायु प्रदूषण कम होता है, पारंपरिक वाहन मुख्य योगदानकर्ता हैं | | EV अपनाने की दर | महाराष्ट्र में नए पंजीकृत वाहनों में से 50% से अधिक इलेक्ट्रिक हैं | | इलेक्ट्रिक बसें | 2,500 इलेक्ट्रिक बसें चरणबद्ध तरीके से शुरू की जा रही हैं | | EVs के प्रकार | BEVs (बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन), PHEVs (प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन), HEVs (हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन) | | BEVs | पूरी तरह बैटरी पर निर्भर, शून्य टेलपाइप उत्सर्जन | | PHEVs | इलेक्ट्रिक मोटर और पेट्रोल इंजन का संयोजन, बाहरी रूप से चार्ज किया जा सकता है | | HEVs | इलेक्ट्रिक मोटर और पेट्रोल इंजन दोनों का उपयोग, बैटरी इंजन या रिजनरेटिव ब्रेकिंग द्वारा चार्ज होती है |